महबूबा मुफ्ती की बेटी ने पूछा, शाह फैसल ने अचानक अपना मन क्यों बदल लिया
नई दिल्ली
जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को जम्मू कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले पूर्व आईएएस ऑफिसर शाह फैसल को लेकर सवाल उठाया है। फैसले ने पिछले साल यह पार्टी बनाई थी। उन्होंने एक ट्वीट के जरिए कहा, कश्मीर इस बात को लेकर चिंतित है कि जिस पार्टी जेकेपीएम को उन्होंने फरवरी 2019 में बनाई थी उसके अध्यक्ष पद से क्यों इस्तीफा दे दिया। जम्मू कश्मीर में राजनीति के जरिए परिवर्तन के इच्छुक आखिर उस व्यक्ति के दिमाग में अचानक ऐसा क्यों बदलाव आ गया?” महबूबा का ट्विटर हैंडल उनकी बेटी इल्तिजा ऑपरेट करती हैं। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, “एक यूपीएससी टॉपर और हार्वर्ड विद्वान जो एक सिविल ऑफिसर के तौर पर उत्कृष्ठ थे, उनके पास करियर के विकल्पों की कोई कमी नहीं थी। शाह फैसल ने 5 अगस्त को बीबीसी को दिए इंटरव्यू में कहा था कि अब कश्मीरी नेता केवल एक अलगाववादी या कट्टर हो सकता है। इसके बाद उन्हें हिरासत में लेकर पीएसए लगा दिया गया था।” महबूबा 5 अगस्त 2019 से ही हिरासत में हैं और उनके ऊपर पब्लिक सेफ्टी एक्ट लगाया गया है। पिछले हफ्ते जम्मू कश्मीर प्रशासन ने पीएसए के तहत उनकी हिरासत को तीन महीने के लिए और बढ़ा दिया है।
गौरतलब है कि आईएएस से इस्तीफा देकर राजनीति में आने वाले शाह फैसल ने जम्मू कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पीएसए के तहत हिरासत में लिए गए फैसल को हाल ही में रिहा किया गया है। अटकलें लगाई जा रही हैं कि वे दोबारा प्रशासनिक सेवा में लौट सकते हैं। दरअसल, शाह फैसल का इस्तीफा अभी तक स्वीकार नहीं किया गया है। फैसल का नाम अब भी जम्मू-कश्मीर के कैडर के आईएएस की सूची से हटाया नहीं गया है। दूसरी तरफ यह भी चर्चा है कि आगे की पढ़ाई के लिए अमेरिका जा सकते हैं। हालांकि, फैसल की ओर से अभी तक कुछ नहीं कहा गया है।
फैसल ने राजनीति छोड़ने का संकेत रविवार को ही दे दिया था जब उन्होंने ट्विटर पर अपने परिचय को बदलते हुए राजनीतिक जुड़ाव संबंधी जानकारियों को हटा लिया था। सोमवार को जेकेपीएम एग्जीक्युटिव कमिटी की ऑनलाइन बैठक हुई, जिसमें फैसल ने पार्टी से राजनीतिक जिम्मेदारियों से मुक्त करने की अपील की। उन्होंने पार्टी को बताया कि अब वह राजनीतिक गतिविधियों को जारी रखने की स्थिति में नहीं हैं और संगठन की जिम्मेदारियों से मुक्त होना चाहते हैं। पार्टी ने कहा, ''फैसल की अपील को स्वीकार कर लिया गया है, ताकि वह अपने चुने हुए रास्ते पर बेहतर तरीके से बढ़ सकें।'' जेकेपीएम की ओर से कहा गया कि नए अध्यक्ष के चुनाव तक उपाध्यक्ष फिरोज पीरजादा को पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया है। कमिटी ने चेयरमेन और पूर्व विधायक जावेद मुस्तफा मीर का इस्तीफा भी स्वीकार कर लिया है। फैसल ने जनवरी 2019 में अचानक आईएएस की नौकरी छोड़कर सबको चौंका दिया था। दो महीने बाद उन्होंने राजनीति मं प्रवेश का ऐलान करते हुए पार्टी बनाई। उन्हें अनुच्छेद 370 हटाए जाने के एक सप्ताह बाद अगस्त में हिरासत में ले लिया गया था।