सेंसेक्स 354 अंक चढ़ कर बंद हुआ बाजार

मुंबई
 शेयर बाजारों में तेजी का सिलसिला शुक्रवार को लगातार छठे कारोबारी सत्र में भी जारी रहा और सेंसेक्स 354 अंक चढ़ गया। बैंक और वित्तीय कंपनियों के शेयरों में तेजी से बाजार धारणा मजबूत हुई। अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने अपने रुख को और उदार करने का संकेत दिया है। इसके बावजूद वैश्विक बाजारों में मिलाजुला रुख रहा। कारोबारियों ने कहा कि रुपये में जोरदार उछाल तथा विदेशी कोषों के प्रवाह से भी बाजार को समर्थन मिला। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स दिन में कारोबार के दौरान 39,579.58 अंक के उच्चस्तर तक गया। अंत में यह 353.84 अंक यानी 0.90 प्रतिशत की बढ़त के साथ 39,467.31 अंक पर बंद हुआ।

इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 88.35 अंक यानी 0.76 प्रतिशत की बढ़त के साथ 11,647.60 अंक पर बंद हुआ। साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 1,032.59 अंक यानी 2.68 प्रतिशत के लाभ में रहा। वहीं निफ्टी साप्ताहिक आधार पर 276 अंक या 2.42 प्रतिशत मजबूत रहा। सेंसेक्स की कंपनियों में इंडसइंड बैंक का शेयर सबसे अधिक 8.43 प्रतिशत चढ़ गया। एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, सनफार्मा, एसबीआई और कोटक बैंक के शेयर भी लाभ में रहे। वहीं दूसरी ओर पावरग्रिड, इन्फोसिस, एनटीपीसी, एशियन पेंट्स, हिंदुस्तान यूनिलीवर, महिंद्रा एंड महिंद्रा और टाटा स्टील के शेयर 1.24 प्रतिशत तक टूट गए। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने आगे आर्थिक वृद्धि पर अधिक ध्यान केंद्रित करने का संकेत दिया है। केंद्रीय बैंक ने कहा है कि वह मुद्रास्फीति पर अपना ध्यान कम करेगा।

 इससे वैश्विक बाजारों में असमंजस की स्थिति थी। हालांकि, इससे यह पता चलता है कि फेडरल रिजर्व अभी ब्याज दरों को नीचे ही रखेगा। इसके अलावा आगे और प्रोत्साहन की उम्मीद के बीच भारतीय बाजारों में तेजी आई।’’ नायर ने कहा, ‘‘प्रोत्साहन और उससे जुड़ी नकदी हमारे बाजारों के लिए महत्वपूर्ण है। मौजूदा समय में शेयर बाजारों में तेजी की एक प्रमुख वजह यह भी है। एनएसडीएल के अनुसार शेयर बाजारों में हाल में कुल मिलाकर विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों का निवेश करीब 45,000 करोड़ रुपये रहा है। विदेशी निवेशकों के शुद्ध प्रवाह के लिहाज से यह सबसे अच्छे महीनों में से एक रहा है।’’ बीएसई मिडकैप सूचकांक 0.55 प्रतिशत चढ़ गया। वहीं स्मॉलकैप में 0.23 प्रतिशत का नुकसान रहा। कारोबारियों ने कहा कि विदेशी कोषों के प्रवाह तथा अमेरिकी डॉलर में कमजोरी से भी बाजार की धारणा मजबूत हुई। शेयर बाजारों के आंकड़ों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने बृहस्पतिवार को शुद्ध रूप से 1,164.32 करोड़ रुपये की लिवाली की। रुपये में जोरदार बढ़त से निवेशकों की धारणा बेहतर हुई। अंतर बैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में शुक्रवार को रुपया 43 पैसे की बढ़त के साथ 73.39 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। इस बीच, अन्य एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई कम्पोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग तथा दक्षिण कोरिया का कोस्पी लाभ में रहे।

वही जापान के निक्की में गिरावट आई। जापान के प्रधानमंत्री शिन्जो आबे ने स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दे दिया है, जिससे वहां के बाजारों में तेज गिरावट आई। वहीं यूरोपीय बाजार में शुरुआती कारोबार में मिलाजुला रुख था। वैश्विक बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल 0.35 प्रतिशत के नुकसान से 45.44 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। इस बीच, देश में कोविड-19 के एक दिन में रिकॉर्ड 77,266 मामले आए हैं। अब तक देश में संक्रमण के मामले 33,87,500 तक पहुंच गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार अब तक देश में 25,83,948 लोग इस बीमारी से ठीक हो चुके हैं। पिछले 24 घंटों में इस महामारी से 1,057 लोगों की मौत हुई है। अब तक यह महामारी 61,529 लोगों की जान ले चुकी है।

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