भवन जांच रिपोर्ट में पूर्णत: अवैध, फिर क्यों सरंक्षण दे रहा नगर पालिका एवं जिला प्रशासन
बालाघाट
नगर मुख्यालय में बढते हादसो को देखते हुए जिला प्रशसान के द्वारा बिते कुछ माह पूर्व ही नगर मुख्यालय में अतिक्रमणकारियों पर ताबडतोड कार्यवाही की गई थी। जहां प्रशासन ने रोजगार धंधे करके रोटी रोजी चलाने वाले गरीब तबके के व्यवसायियों के अतिक्रमण पर बुलडोजर चलाकर उनके द्वारा किये गये अतिक्रमण को जमीदोज कर दिया गया था और उनके रोजगार धंधों को चौपट कर दिया था। लेकिन जब भी बात बड़े अतिक्रमणकारियों पर आती है तो कार्यवाही के बिगुल की धून भी बंद हो जाती है। जिसका सटिक उदाहरण नगर में अतिक्रमण कर बनाए गए बड़े भवनों के रूप में देखा जा सकता था।
दरअसल, वार्ड नंबर 4 बैहर रोड फ्रेंड्स कॉलोनी बालाघाट में पूर्व में अब्बास अहमद खान, इलियास खान, फरहा खान के द्वारा नगर पालिका बालाघाट तथा उप संचालक नगर एवं ग्राम निवेश छिंदवाड़ा के द्वारा स्वीकृत नक्शे के विरुद्ध भवन निर्माण किया जा रहा था, जिसकी शिकायत सादिक खान व अन्य के द्वारा नगर पालिका परिषद बालाघाट में की गई थी तथा जांच में उक्त निर्माण कार्य अवैध पाए जाने से नगर पालिका के द्वारा अनुज्ञप्ति निरस्त कर दी गई थी। लेकिन अब्बास अहमद खान, इलियास खान, फरहा खान के द्वारा पुन: मुख्य नगरपालिका अधिकारी बालाघाट से मिलकर पुन: अवैध निर्माण कार्य की स्वीकृति प्राप्त कर ली गई और अवैध निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया गया था। जिसकी पुन: शिकायत कलेक्टर बालाघाट से की गई थी। जहां कलेक्टर बालाघाट के आदेश अनुसार तहसीलदार बालाघाट के द्वारा स्थल निरीक्षण किया गया तथा अब्बास अहमद खान, इलियास खान, फरहा खान के द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्य को पूर्ण तरह अवैध पाया गया। निरीक्षण में पाया गया कि अब्बास अहमद खान, इलियास खान, फरहा खान द्वारा नगर पालिका परिषद बालाघाट तथा संचालक नगर एवं ग्राम निवेश छिंदवाड़ा के द्वारा पास नक्शे के विरुद्ध अवैध निर्माण कार्य किया जा रहा है। जिस पर तहसीलदार के द्वारा अपने प्रतिवेदन में यह भी अनुशंसा की गई कि भवन निर्माण के लिए पास शुदा नक्शे के विरुद्ध कार्य करवाया जा रहा है। जिसके चलते उक्त अवैध निर्माण को तुरंत रोका जाना तथा अवैध निर्माण को हटाया जाना उचित होगा।
तहसीलदार बालाघाट के द्वारा अपना प्रतिवेदन 24 फरवरी 2020 को कलेक्टर तथा अनुविभागीय अधिकारी को प्रेषित किया गया, लेकिन प्रशासन के द्वारा अभी तक उक्त अवैध निर्माण पर रोक नहीं लगाई गई है और ना ही अवैध निर्माण हटाया गया है।