एनटीआरओ के नए चीफ बने अनिल धस्माना, खुफिया एजेंसी आसमान पर रखती है नजर

नई दिल्ली
रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के पूर्व चीफ अनिल धस्माना को नेशनल टेक्निकल रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (एनटीआरओ) का नया अध्यक्ष बनाया गया है। भारत की ये वो तकनीकी संस्था है जिन पर भू-स्थानिक (geospatial intelligence) और सैटेलाइट तस्वीर की जिम्मेदारी होती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अध्यक्षता में नियुक्तियों की समिति ने धस्माना के नाम पर मुहर लगाई और इस बारे में पूर्व आईपीएस ऑफिसर को शुक्रवार को औपचारिक तौर पर बताया दिया गया। धस्माना पूर्व इंटेलिजेंस ब्यूरो ऑफिसर सतीश झा की जगह लेंगे जो गुरुवार को ऑफिस से पदमुक्त हुए हैं। धस्माना 1981 बैच के भारतीय पुलिस अधिकारी है और पाकिस्तान मामलों के विश्लेषक हैं, जिन्होंने पुलवामा कार हमले में शहीद हुए 40 सीआरपीएफ जववानों के बाद साल 2019 के फरवरी हुए बालाकोट हवाई हमले की योजना का नेतृत्व किया था।

लोकसभा चुनाव का कार्यकाल जून 2019 में खत्म होने से कुछ महीने पहले धस्माना ने पद छोड़ दिया था, हालांकि उनका बढ़ाया गया कार्यकाल बचा हुआ था। शीर्ष पुलिस अधिकारी 14 महीने बाद ऐसे वक्त पर वापसी हो रही है जब वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की मूवमेंट पर नजर रखने के लिए एनटीआरओ अहम भूमिका निभा रहा है। एलएसी पर दोनों ही तरफ भारी सैन्य और हथियारों का जमावड़ा है। दोनों देशों के गतिरोध के समाधान के लिए लगातार सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर वार्ता कर रहे हैं लेकिन ऐसे संकेत हैं कि यह विवाद कुछ और समय के लिए खींच सकता है। धस्माना ने भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ को 1993 में ज्वाइन किया था और एजेंसी के पाकिस्तान डेस्क पर जोरशोर से काम किया था।

 

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