कस्टमर केयर नंबर में कॉल कर खाता नंबर बताना कपड़ा कारोबारी को पड़ा महंगा, 5.35 लाख हुए गायब
रायपुर
आए दिन अखबारों, टीवी और सोशल मीडिया प्लेटफार्म में ठगी के समाचार पढ़ते और देखते है लेकिन इसके बाद लोग ठगी के शिकार हो ही जाते है। ताजा मामला देवेंद्र कुमार क्षेत्र का है जहां पर कपड़ा कारोबारी विमल वाटिका के मालिक ने इंटरनेट से नंबर देखकर कस्टमर केयर में कॉल किया और एकाउंट अपेडट करने के लिए अपना खाता नंबर दिया और उसके एकाउंट से 5.35 लाख रुपये निकल गए।
विमल वाटिका के मालिक नरेंद्र चौधरी का एक प्राइवेट बैंक में जीरो बैलेंस खाता है। उनके मोबाइल पर खाते से मिनिमम बैलेंस के नाम पर 708 रुपए कटने का मैसेज आया। यह देखकर उन्हें हैरानी हुई और उन्होंने मोबाइल से इंटरनेट में बैंक का कस्टमर केयर नंबर ढूंढा और उस पर कॉल कर शिकायत दर्ज कराई। इसी दौरान कारोबारी का कॉल कट गया। फिर उनके पास कॉल आया और ठग ने आश्वासन दिया कि उनके खाते को अपडेट कर दिया जाएगा। खाता संबंधित कुछ जानकारी भी बातों-बातों में ले ली। यहां तक कि मोबाइल पर आए ओटीपी नंबर को भी उन्होंने ठग को बता दिया। उसके बाद खाते से 11 बार में 5.35 लाख रुपए निकाल गए।
कपड़ा कारोबारी ने तत्काल देवेंद्र नगर थाने में ठगे जाने की शिकायत दर्ज करवाया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं एसएसपी अजय यादव ने लोगों से अपील की है कि इंटरनेट में कस्टमर केयर नंबर ढूंढते समय सावधानी बरतें। कस्टमर केयर पर कॉल करें तो बैंकिंग, ई-वायलेट या खाता संबंधित कोई भी जानकारी न दें। अगर मोबाइल पर ओटीपी नंबर आता है तो समझ आए कि आपके खाते से ट्रांजेक्शन हो रहा है। ओटीपी नंबर किसी से शेयर न करें।