अंतिम संस्कार में गए दो सिपाहियों पर नक्सलियों ने किया हमला

सुकमा। एकजुटता में ही ताहत है यह बात उस समय सही साबित हुई जब अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल होने आए दो सिपाहियों पर 10 नक्सलियों घर में घूसकर मारपीट करने लगे, इस बीच सिपाहियों ने भी उन्हें मुंहतोड़ जवाब देते हुए उनकी भी पिटाई की। इस दौरान गांव के ग्रामीणजन भी वहां गए और उनकी एकजुटता को देखकर वे तीरों से हमला करते हुए वहां से भाग खड़े हुए। यह तीर एक सिपाही को जा चली, फिलहाल दोनों सिपाहियों का इलाज कोंटा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में किया जा रहा है।

एरार्बोर क्षेत्र के ग्राम कोंगड़म निवासी सोयम रमेश दंतेवाड़ा और कन्ना किस्टाराम थाने में पदस्थ हैं। दोनों पिता के अंतिम संस्कार में अपने गांव आए थे। इस दौरान वे अपने घर में बैठे हुए थे कि करीब 10 नक्सली वहां पहुंचे और सिपाहियों के साथ मारपीट शुरू कर दी। एकाएक हुए हमला से वे सम्हाल नहीं पाए लेकिन जब सम्हले तो उन्होंने भी नक्सलियों की जमकर पिटाई की। घटना की जानकारी ग्रामीणों को होने पर वे घर के अंदाज जाकर बीच-बचाव करना चाह रहे थे लेकिन घर के प्रवेश द्वार में देसी पिस्टर के साथ खड़े नक्सलियों के कारण वे साहस नहीं जुटा पा रहे थे। इस बीच दोनों सिपाहियों के द्वारा नक्सलियों की जमकर पिटाई करते देख वे अपना साहस नहीं रोक पाए और एक साथ घर के अंदर प्रवेश करते हुए नक्सलियों की पिटाई करने लगे। नक्सलियों का इसका अंदाजा नहीं था कि ग्रामीण भी सिपाहियों का साथ देंगे और वे वहां से भागने लगे। भागते-भागते नक्सलियों तीर से हमला करते हुए घर से निकले, इस बीच एक तीर कन्ना किस्टाराम के पीठ पर जा लगी। ग्रामीणों ने तत्काल सोयम रमेश और कन्ना किस्टाराम को कोंटा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया जहां कन्ना के पीठ से तीर को निकाला गया और सोयम की मरहम पट्टी करके उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में रखा गया है।

Back to top button