असुरक्षित महसूस करें तो मिलाएं 112: उत्तर प्रदेश के DGP

 लखनऊ 
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर चलाए जा रहे 'मिशन शक्ति' अभियान के तहत शनिवार को यूपी 112 के मुख्यालय में बेहतर काम करने वाली 112 की महिलाकर्मियों और मुसीबत में लोगों तक मदद पहुंचाने वाली समाज के विभिन्न क्षेत्र की महिलाओं को प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया गया। इससे पहले डीजीपी एचसी अवस्थी ने कहा कि मिशन शक्ति का उद्देश्य महिलाओं को सुरक्षित माहौल देने के साथ-साथ उनको स्वावलंबी बनाना भी है। इसके तहत घरेलू हिंसा पर अंकुश लगाने के लिए 112 में महिलाओं का पंजीकरण भी किया जा रहा है। पंजीकृत महिलाएं यदि कॉल करके पुलिस की मदद मांगती हैं तो उन्हें तत्काल प्रभावी मदद दी जाती है।

उन्होंने कहा कि 112, 181 व 1090 का एकीकरण कर दिया गया है। प्रदेश के किसी भी कोने से अगर कोई महिला पुलिस की मदद लेने के लिए  1090 पर कॉल करती है तो उसकी कॉल 112 पर स्थानांतरित कर दी जाती है। इसी तरह स्वरोजगार के लिए किसी तरह की मदद चाहने वाली महिलाओं की कॉल को 112 से 181 स्थानांतरित की जाती है। एडीजी 112 असीम अरुण ने कहा कि रात्रि में अकेली महिला को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए महिला स्कार्ट की सुविधा शुरू की गई है। गांव हो या शहर कोई भी महिला रात्रि 10 बजे से सुबह 6 बजे तक इस सुविधा का लाभ ले सकती है।

इन्हें सम्मानित किया गया 
इस मौके पर समाज के लिए अपना योगदान देने वाली मधु श्रीवास्तव, रश्मि मिश्रा, नमिता शुक्ला, प्रतिमा, मानसी अग्रवाल व प्रतिभा को डीजीपी ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इसके अलावा बेहतर काम करने वाली 112 की संवाद अधिकारी प्रियंका कुमारी साहू, नेहा तिवारी, सुरेख वर्मा व शिल्पी यादव तथा सम्प्रेषण अधिकारी हेड कॉन्स्टेबल तमन्ना खान, कॉन्स्टेबल जयंती गंगवार व पंकज कुमार तथा सब इंस्पेक्टर देवेन्द्र कुमार मिश्र को भी डीजीपी ने सम्मानित किया। इस मौके पर एडीजी पुलिस भर्ती बोर्ड रेणुका मिश्र, एडीजी महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन नीरा रावत, एसपी मोहम्मद इमरान, डीसीपी नार्थ शालिनी, एसपी 112 मुख्यालय अमित कुमार व एसपी एमपी वर्मा सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।

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