विश्व पर्यटन मानचित्र पर छायेगा MP, ढाई वर्ष में बनेगा अमरकंटक, रामायण सर्किट, ग्रामीण और ट्रायबल सर्किट

भोपाल
मध्यप्रदेश आने वाले सालों में विश्व पर्यटन मानचित्र पर छाने की तैयारी कर रहा है। प्रदेश में अमरकंटक, रामायण सर्किट, रुरल सर्किट और ट्रायबल सर्किट जैसे थीम आधारित पर्यटन सर्किट विकसित किए जाएंगे। मध्यप्रदेश सरकार केंद्र सरकार की मदद से इनका निर्माण करेगी। इसके लिए केंद्र सरकार को चरणबद्ध तरीके से प्रस्ताव भेजे जाएंगे और वहां से मंजूरी मिलते ही यह सारे निर्माण कार्य किए जाएंगे। अगले तीस माह में यह तैयार हो जाएंगे। ऐतिहासिक, धार्मिक और प्राकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण मध्यप्रदेश के इन सुरम्य स्थलों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा ताकि प्रदेश का नाम देश-दुनिया में रोशन हो और प्रदेश के राजस्व में इजाफा हो सके। प्रदेश के ग्रामीण अंचलों और आदिवासी संस्कृति से देशी-विदेशी पर्यटकों को परिचित कराने के लिए आदिवासी अंचलों और पहाड़ियों, झरनों से घिरे ग्रामीण अंचलों में छोटे-छोटे रुरल सर्किट और ट्रायबल सर्किट विकसित करेगी।

प्रदेश में जो 83 आदिवासी विकासखंड है उनसे लगे ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों को मिलाकर गोंड, भील, कोरकू और अन्य आदिवासी जनजातियों से जुड़े क्ष्ेत्रों में वहां की क्षेत्रीय कला और संस्कृति को प्रदर्शित करते पर्यटन सर्किट विकसित किए जाएंगे। यहां आने वाले देशी-विदेशी पर्यटक यहां के छोटे-छोटे हट्स और पारंपरिक घरों में रुककर उस संस्कृति को करीब से अनुभव कर सकेंगे। कोरोना महामारी के दौरान लोगों ने शहरों की बजाय ग्रामीण क्षेत्रों में समय काटना ज्यादा पसंद किया। लोगों ने लाकडाउन का समय शहर से गांवों में जाकर बिताया। गांव की शुद्ध आवोहवा और वहां के रहन-सहन का आनंद लोगोंं ने लिया। अब आगे भी विकसित कर लोगों को ग्रामीण कला-संस्कृति और वहां के माहौल का आनंद देने सरकार ग्रामीण सर्किट बनाएगी। वहां पर्यटकों के लिए रुकने, खाने और ठहरने के साथ-साथ वहां के सांस्कृतिक खेल, मनोरंजन के साधनों का उपयोग करने के इंतजाम भी किए जाएंगे। पारंपरिक लोकनृत्य, गीत-संगीत का आनंद लोग यहां ले सकेंगे।

प्रदेश के धार्मिक और एतिहासिक स्थलों पर देशी-विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए अब  इन्हें और अधिक सुविधा संपन्न बनाया जाएगा। प्रदेश में नर्मदा के उद्गम अमरकंटक, रामायण सर्किट, तीर्थकर सर्किट, ओंकार सर्किट और नर्मदा परिक्रमा के लिए विशेष सर्किट बनाए जाएंगे। इन पर्यटन स्थलों पर वहां के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को प्रदर्शित करते स्मारक बनाए जाएंगे।  इन स्थलों के महत्व को प्रदर्शित करते बोर्ड भी वहां लगाए जाएंगे। इसे दिखाने के लिए छोटे-छोटे पैकेज टूर भी तैयार कराए जाएंगे। इसके जरिए स्थानीय लोगों को रोजगार मिल सकेगा और प्रदेश के राजस्व में भी इजाफा हो सकेगा।

Back to top button