देश के कोने-कोने से आम नागरिक टीचर, डॉक्टर, प्रोफेशनल किसानों की मदद करने के लिए सिंधु बॉर्डर पर एकत्रित

नई दिल्ली 
 पंजाब को दिल्ली से जोड़ने वाले हाइवे नंबर वन पर किसानों ने कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन छेड़ दिया है. लेकिन इस आंदोलन को सफल बनाने के पीछे कई चेहरे हैं. हजारों हाथ हैं. सबसे बड़ी बात है कि आम आदमी का जो साथ किसानों को मिला है उसके चलते आंदोलन परवान चढ़ता जा रहा है.
 
देश के कोने-कोने से आम नागरिक टीचर, डॉक्टर, प्रोफेशनल किसानों की मदद करने के लिए सिंधु बॉर्डर पर एकत्रित हो रहे हैं. उन्हीं में से एक प्रोफेसर हैं जीएस कोहली. किसानों की पीड़ा उनसे देखी नहीं गई और वो अपनी टीम के साथ पहुंच गए. अब जगह-जगह वो टेंपरेरी टॉयलेट बना रहे हैं.
 
जीएस कोहली ने बताया कि यहां आसपास के लोगों से मदद मांग के लोग उनके घरों का शौचालय इस्तेमाल कर रहे थे. महिलाओं को खासतौर से दिक्कतें आ रही थी. इसलिए हमने सोचा कि हम यहां पर अस्थाई टॉयलेट बना दें. कई छात्र हमारे साथ जुड़े हैं. जीएस कोहली निष्काम सिख वेलफेयर काउंसिल के मेंबर है और जरूरतमंद लोगों की सेवा में लगे रहते हैं. 

Back to top button