कोरोना वैक्सिनेशन के लिए ट्रेनिंग शुरू, 30 मिनट तक डॉक्टरों की निगरानी में रहेंगे लाभार्थी

वाराणसी
उत्तर प्रदेश में कोरोना की वैक्सीन लगाने के लिए सरकार ने कमर कस ली है। कोरोना वैक्सिनेशन के लिए प्रथम चरण की व्यवस्थाएं पूरी की जा रही हैं। पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में अब कोरोना की वैक्सीन लगाने के लिए ट्रेनिंग दी जा रही है। वाराणसी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में दो दिनों तक शहरी और ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारियों को कोरोना के वैक्सिनेशन की जानकारी दी गई। दो दिनों के इस ट्रेनिंग कैंप में कोरोना के वैक्सीन के रखरखाव के अलावा टीकाकरण से जुड़ी अन्य जानकारियों को साझा किया गया। वाराणसी के सीएमओ डॉ. वीबी सिंह ने बताया कोरोना वैक्सिनेशन के लिए प्रथम चरण में स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारियों को ट्रेनिंग दी गई है। इसके बाद स्वास्थ्य केंद्र के अन्य कर्मियों को ट्रेनिंग दी जाएगी।

ब्लॉक स्तर पर बनेंगे ब्लॉक टास्क फोर्स
सीएमओ डॉ वीबी सिंह ने बताया कि कोरोना वैक्सिनेशन के लिए स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी अपने ब्लॉक पर विभाग के अधिकारियों के सहयोग से ब्लॉक टास्क फोर्स का गठन करेगी। जो वैक्सीनेशन के डाटा से लेकर अन्य कि चीजों पर नजर रखेगी।

ट्रेनिंग कैंप में वैक्सीन के रखरखाव दी जानकारी
सीएमओ ऑफिस में आयोजित ट्रेनिंग कैंप में वैक्सीन के रखरखाव के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। सीएमओ वीबी सिंह ने बताया कि इस वैक्सीन को 2 से 8 डिग्री तापमान पर कोल्ड स्टोरेज में रखा जाएगा। वैक्सीन के लिए ओपेन वायल पॉलिसी नहीं होगी। ये वैक्सीन लिक्विड फॉर्म में है इसलिए इसमें डायलुएंट का उपयोग भी नहीं किया जाएगा। को-विन पोर्टल से वैक्सीन के लाभार्थी की सूचना मिलेगी। इसके अलावा इस पोर्टल के जरिए रजिस्टर्ड लाभार्थी को वैक्सिनेशन संबंधी जानकारी उनके मोबाइल फोन पर मेसेज के द्वारा प्राप्त होगी।

30 मिनट तक डॉक्टर करेंगे निगरानी
कोरोना के वैक्सिनेशन के बाद लाभार्थी को 30 मिनट तक सेंटर पर ही रुकना पड़ेगा। डॉक्टरों की टीम उनपर निगरानी रखेगी। उसके बाद लाभार्थी को घर जाने की इजाजत मिलेगी। पहले टीकाकरण के बाद वैक्सीन की दूसरी डोज 28 दिन बाद दी जाएगी।
 

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