विदाई से पहले फजीहत: अब ड्यूश बैंक ने ट्रंप से सभी व्यापारिक रिश्ते तोड़े  

फ्रेंकफर्ट
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की मुसीबतें लगातार बढ़ती ही जा रही हैं। 6 जनवरी को कैपिटल हिल में हुए दंगे के बाद जहां उनपर महाभियोग प्रस्ताव लाया गया है, वहीं अब उन्हें बड़ा आर्थिक झटका भी लगा है।  रिपोर्ट के मुताबिक, कैपिटल हिल में हुए दंगे के खिलाफ ड्यूश बैंक ने अब डोनल्ड ट्रंप और उनकी कंपनी के साथ आगे किसी भी तरह का व्यापार नहीं करने का फैसला लिया है। ड्यूश बैंक ट्रम्प का सबसे महत्वपूर्ण ऋणदाता है। ड्यूश बैंक का करीब 340 मीलियन डॉलर डोनल्ड ट्रंप की अलग अलग कंपनियों पर बकाया है, इन कंपनियों को फिलहाल ट्रंप के दोनों बेटे संभाल रहे हैं। 

कैपिटल हिल दंगे की निंदा ड्यूश बैंक  की यूएस ऑपरेशन हेड क्रिस्टियाना रिले ने सोशल नेटवर्किंग साइट लिंक्टइन पर एक पोस्ट डालकर 6 जनवरी को कैपिटल हिए में हुए दंगे की निंदा की थी, जिसे डोनल्ड ट्रंप के समर्थकों ने अंजाम दिया था। क्रिस्टियाना रिले ने लिखा था, कि ''हम अपने संविधान पर गर्व करते हैं और उन लोगों के साथ खड़े हैं, जो लोकतंत्र के साथ खड़ा होकर अमेरिका में शांतिपूर्वक सत्ता हस्तांतरण को सपोर्ट करते हुए आम लोगों की स्वतंत्रता का समर्थन करते हैं'' ड्यूश बैंक का टिप्पणी से इनकार हालांकि, ट्रंप और उनकी कंपनी से सभी व्यापारिक रिश्ते खत्म करने के इस कदम पर जब ड्यूश बैंक से सवाल पूछा गया, तो बैंक के प्रवक्ता ने इसपर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। 

वहीं, अब तक ना तो ट्रंप की कंपनी ने ही मेल पर पूछ गये सवाल का कोई जवाब नहीं दिया है और ना ही व्हाइट हॉउस प्रवक्ता ने ही कोई जवाब दिया है। महाभियोग से पहले ट्रंप का कार्यकाल खत्म होने का सच क्या ? डर गये हैं या है साजिश ? बैंक को था छवि खराब होने का डर समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने नवंबर में एक रिपोर्ट पब्लिश की थी, जिसमें कहा गया था, कि नवंबर के बाद से ही ड्यूश बैंक डोनल्ड ट्रंप और उनकी कंपनी के साथ अपने सभी रिश्ते खत्म करने के लिए रास्ते तलाश रही थी, और 6 जनवरी को कैपिटल हिल हिंसा के बाद ड्यूश बैंक ने डोनल्ड ट्रंप की कंपनी से सभी करार खत्म करने का फैसला किया है। दरअसल, बैंक का ये मानना था, कि डोनल्ड ट्रंप की कंपनी से व्यापारिक लेनदेन की वजह से बैंक की छवि खराब हो रही है। आपको बता दें, कि कैपिटल हिल में 6 जनवरी को बड़ी तादाद में ट्रंप के समर्थकों ने उत्पात मचाया था। जिसमें एक पुलिस अफसर समेत 5 लोगों की मौत हो गई थी।
 

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