विक्रेताओं ने एमेजोन पर लगाया पक्षपात का आरोप

बेंगलूर 
सालाना आर्थिक आंकड़ों से पता चला है कि एमेजोन के भारत के सबसे ज्यादा संख्या के विक्रेताओं में से एक क्लाऊडटेल इंडिया ने व्यापारियों के एक वर्ग में हड़कम्प मचा रखा है जिसमें आरोप लगाया गया है कि कुछ चुनिंदा विक्रेताओं का ऑनलाइन मार्कीट में बहुत पक्ष लिया जा रहा है और उनसे पक्षपात किया जा रहा है। 

क्लाऊडटेल एमेजोन और इन्फोसिस के नारायण मूर्ति परिवार के मध्य हिस्सेदारी है जो 2014 से एमेजोन इंडिया के प्रमुख विक्रेताओं में से एक विशेष रहा है। 2016-17 में क्लाऊडटेल की सेल में 24 प्रतिशत वृद्धि के साथ 5688 करोड़ रुपए का कारोबार हुआ है। मार्कीट स्थान पर बिक्री के लिए एमेजोन इंडिया की कमीशन की अदायगी 25 प्रतिशत गिरने से15 करोड़ रुपए बनती है।

एमेजोन सेलर सर्विसिज के डिलीवरी चार्जिज साल 2016-17 में 68 प्रतिशत से 2549 करोड़ रुपए का बेतहाशा विस्तार हुआ है। इस बाबत कुछ विक्रेताओं का कहना है कि यह संकेत मिलता है कि एमेजोन ने कुछ विशेष विक्रेताओं के लिए लॉजिस्टिक्स में भारी रियायत दी है। आल इंडिया ऑनलाइन वैंडर्ज एसोसिएशन (ए.आई.ओ.वी.ए.) जो 3500 से और ज्यादा ऑनलाइन व्यापारियों की एक संस्था है, के एक प्रवक्ता ने बताया है कि एक नार्मल सैलर कमीशन, लॉजिस्टिकस, स्टोरेज ठीक पीक एंड पैक फीस, रिटर्न चार्जिज, पैनल्टी तथा अन्य चार्जिज जो कुल सेल की लागत पर आते हैं, वह चार्ज करता है। 

प्रवक्ता ने कहा कि क्लाऊडटेल की अपनी कुल सेल पर बिक्री लागत केवल 5 प्रतिशत है। एमेजोन स्पष्ट तौर पर क्लाऊडटेल और अपैर्यो को सबसिडाइज कर रहा है। उन्होंने कहा कि वह इस संबंध में कम्पीटिशन कमीशन आफ  इंडिया के पास पटीशन दायर करेंगे। अपैर्यो का एमेजोन इंडिया और पटनी ग्रुप के साथ पिछले वर्ष संयुक्त हिस्सेदारी हुई थी और इसके साथ एक ओर शॉपर्स टॉप की परियोजना शुरू हुई थी जबकि एमेजोन ने बताया कि वह किसी भी विक्रेता की तरफदारी नहीं करता। 

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