योगगुरु को योगी सरकार से बड़ा झटका, मेगा फूड पार्क रद्द

नोएडा 
प्रदेश में रोजगार पैदा करने की उम्मीदें पाले बैठी उत्तर प्रदेश सरकार को एक बड़ा झटका लगा है। योगगुरु रामदेव के नेतृत्व वाले पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड ने प्रदेश में प्रस्तावित पतंजलि फूड पार्क को कहीं और शिफ्ट करने की बात कही है। इसके पीछे आचार्य बालकृष्ण ने वजह बताई कि उन्हें सूचना मिली कि फूड पार्क को निरस्त कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का रवैया निराशाजनक है और इससे किसानों की स्थिति नहीं सुधर सकती है। उन्होंने इसकी सूचना मिलने की जानकारी देते हुए एक ट्वीट किया। 

पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर और पतंजलि योगपीठ के सह-संस्थापक आचार्य बालकृष्ण ने कहा, 'प्रदेश सरकार के निराशाजनक रवैये को देखते हुए हम उत्तर प्रदेश में प्रस्तावित फूड पार्क को शिफ्ट कर रहे हैं। इससे राज्य के किसानों की स्थिति में कोई सुधार नहीं होने वाला है।' 

 आज ग्रेटर नोएडा में केन्द्रीय सरकार से स्वीकृत मेगा फूड पार्क को निरस्त करने की सूचना मिली
श्रीराम व कृष्ण की पवित्र भूमि के किसानों के जीवन में समृद्धि लाने का संकल्प प्रांतीय सरकार की उदासीनता के चलते अधूरा ही रह गया पतंजलि ने प्रोजेक्ट को अन्यत्र शिफ्ट करने का निर्णय लिया

2016 में अखिलेश यादव ने किया था शिलान्यास 
बता दें कि 2016 में अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री रहते हुए नोएडा में यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण में पतंजलि फूड पार्क का शिलान्यास किया गया था। उस वक्त दावा किया गया था कि यह फूड पार्क शुरू होने से लगभग 10,000 लोगों को नौकरी मिल जाएगी। इस प्रॉजेक्ट में पतंजलि ग्रुप ने 1600 करोड़ रुपये निवेश करने की बात कही थी। हालांकि, अब यह योजना खटाई में पड़ती दिख रही है। 

राज्य को थीं बड़ी उम्मीदें 
गौरतलब है कि इस यूनिट के शिलान्यास के समय पतंजलि की ओर से यह भी कहा गया था कि कंपनी बुंदेलखंड और पूर्वांचल में भी फूड प्रॉसेसिंग यूनिट लगाएगी। राज्य की योगी सरकार और बीजेपी से अच्छे रिश्ते रखने वाले रामदेव और उनकी कंपनी पतंजलि के बीच इस खटास का कारण तो अभी नहीं पता चल पाया है लेकिन पतंजलि के इस फैसले से राज्य को नुकसान होना तय है। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button