दयानंद वर्मा हत्याकांड में जमादार सस्पेंड, पेट्रोलिंग टीम लाइन हाजिर

पटना                
 बगहा के पूर्व जिला पार्षद दयानंद वर्मा की हत्या के मामले में मृतक की पत्नी कुमुद वर्मा के आवेदन पर नौरंगिया थाने में हत्या व आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज किया गया है। केस में वाल्मीकिनगर से जेडीयू विधायक धीरेंद्र प्रताप सिंह, शकील अहमद, बबलू जयसवाल सहित आधा दर्जन अज्ञात लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। बिहार के बेतिया में चर्चित दयानंद वर्मा हत्याकांड में बगहा एसपी ने कार्रवाई करते हुए नौरंगिया थाना के सिरिसिया में दयानंद वर्मा हत्या के वक्त ड्यूटी पर तैनात जमादार अनील सिंह को सस्पेंड कर दिया है वहीं नौरंगिया थानेदार शाहिद अनवर को शोकॉज नोटिस जारी किया गया है। इसके अलावा एसपी किरण कुमार जाधव ने घटना के वक्त गश्त पर रहे पेट्रोलिंग टीम के सारे जवान को भी लाइन हाजिर कर दिया है।  

एसपी किरण कुमार जाधव ने बताया था कि मृतक के पत्नी के द्वारा दिए आवेदन में हत्या मामले में वाल्मीकिनगर विधायक धीरेंद्र प्रताप सिंह, शकील अहमद व बबलू जायसवाल पर दयानंद वर्मा ही हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया है। 

 केस में मृतक पूर्व जिला पार्षद दयानंद वर्मा की पत्नी ने पुलिसिया कार्यशैली पर सवाल खड़े कर पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए थे। थाने को दिए आवेदन में पूर्व पार्षद की पत्नी ने कहा था कि जिस समय घटना हुई, उस समय चौक पर नौरंगिया थाने की पुलिस भी मौजूद थी। लेकिन इस मामले में मूकदर्शक बनी रही। कुमुद देवी ने आवेदन में बताया कि देर शाम करीब 5:00 बजे उनके पति दया नंद वर्मा व वाल्मीकिनगर निवासी शकील अहमद के बीच कहासुनी हुई थी, जिसके बाद शकील अहमद के द्वारा उनके पति को धमकी देते हुए वहां पर रुकने की बात का कहीं गई। कुछ देर बाद शकील अहमद पुनः करीब 7:45 बजे अपने समर्थकों के साथ वहां आए एवं उनके पति पर जानलेवा हमला कर दिया। हमला करने के बाद सभी हमलावर वाल्मीकिनगर की ओर फरार हो गए। इस दौरान सिरसिया चौक पर नौरंगिया थाने की पुलिस भी मौजूद थी लेकिन पुलिस के द्वारा इस पूरे घटनाक्रम में कोई भी हस्तक्षेप नहीं किया गया। 

 बता दें कि बगहा के पूर्व जिला पार्षद दयानंद वर्मा की रविवार 14 फरवरी की रात गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पूर्व जिला पार्षद दयानंद वर्मा अपने आवास बेलहवा मदनपुर पंचायत के सिरसिया चौक पर कुछ साथियों के साथ बैठे थे। इसी क्रम में गाड़ी से हथियार बंद अपराधी पहुंचे और गोली मार दी। गले के पास गोली लगने से वे बुरी तरह से जख्मी हो गए। उन्हें तत्काल अनुमंडल अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वर्ष 2011-16 के बीच दयानंद वर्मा जिला पार्षद सदस्य थे। डॉक्टर का कहना है कि खून अधिक बह जाने से उन्होंने रास्ते में ही दमतोड़ दिया था।

Back to top button