नाचो ने एक ही मैच में किया विलन से हीरो तक का सफर

नई दिल्ली 
शुक्रवार के मैच में पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो और उनकी शानदार हैटट्रिक ने काफी सुर्खियां बटोरीं। वहीं दूसरी ओर रियाल मैड्रिड की टीम में उनके साथी खिलाड़ी भी दो गोल में शामिल रहा। वह खिलाड़ी रोनाल्डो के खिलाफ स्पैनिश जर्सी में मौजूद था। यह मुकाबला 3-3 की बराबरी से समाप्त हुआ। उनकी गलती की वजह से ही पुर्तगाल को मैच के चौथे मिनट में ही पेनल्टी मिल गई जिस पर रोनाल्डो ने गोल कर दिया। हालांकि जोसे इग्नैसियो फर्नांडिज इग्लेसियस ने दूसरे हाफ में गोल कर अपनी इस गलती का सुधार कर लिया। उनके इस गोल के साथ ही स्पेन ने पुर्तगाल पर 3-2 की बढ़त भी हासिल कर ली थी। जोसे को दुनिया नाचो के नाम से भी जानती है। 

मैच शुरू होने से पहले बहुत से लोगों ने इस 28 वर्षीय खिलाड़ी ने अंतिम एकादश में पहुंचने की उम्मीद नहीं जतायी थी। लेकिन साथी खिलाड़ी दानी कारवाजल के चोट के चलते उन्हें टीम में मौका मिला। हालांकि फुटबॉल का उनका सफर आसान नहीं रहा। 12 साल की उम्र में ही उन्हें पता चला कि डायबीटीज के शिकार हैं। उन्हें रियाल मैड्रिड के यूथ सिस्टम को जॉइन किए हुए सिर्फ दो साल हुए थे। डॉक्टरों की बात ने इन नन्हें कदमों में बेड़ियां डालने का प्रयास किया। डॉक्टर ने कहा कि नाचो कभी फुटबॉल नहीं खेल पाएंगे। लेकिन वह हार मानने को तैयार न थे। उन्होंने मेहनत की और लगातार सफलता की सीढ़ियां चढ़ते गए। 11 बार चैंपियंस लीग चैंपियन रियाल मैड्रिड के चार खिताबों में जोसे का भी अहम रोल रहा है। 

उन्होंने यूएफा को हाल ही में दिए एक इंटरव्यू के दौरान बताया था, 'बेशक यह बहुत मुश्किल था। आपको एक सामान्य व्यक्ति से तीन गुना ज्यादा अपना ध्यान रखना पड़ता है। लेकिन मेरा मानना है कि इससे मुझे फायदा ही हुआ। आपको अपने खानपान और आराम का खास ख्याल रखना पड़ता है। यह आपको अधिक जिम्मेदार भी बनाता है क्योंकि आपको हमेशा अपने साथ इंसुलिन लेकर चलना पड़ता है।' हालांकि राष्ट्रीय टीम में उन्हें कई जानकार पहली पसंद के तौर पर नहीं देखते लेकिन शुक्रवार को पुर्तगाल के खिलाफ उनका गोल ऐसे लोगों की राय बदलने में सहायक हो। 

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