कोरबा जिले में लॉकडाउन के दौरान राहगीरों को परेशान करने और उनसे उगाही करने वाला ASI सस्पेंड

 

कोरबा. छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में लॉकडाउन में बेवजह लोग बाहर न घूमें या जिले की सीमा पार न करें, यह दायित्व निभाने की बजाय राहगीरों को परेशान करने व उनसे उगाही के आरोप में एक ASI को निलंबित कर दिया गया है. शिकायत की गंभीरता को देखते हुए SP अभिषेक मीणा ने तत्काल जांच के आदेश दिए हैं. एएसआई को लाइन अटैच किया गया है. दरअसल एएसआई पर निलंबन की यह कार्रवाई करतला थाना की गई है. जिले का सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण थाना क्षेत्र के रामपुर चौक से होकर शक्ति-खरसियां की ओर लोग आना-जाना करते हैं.

लॉकडाउन अवधि में अनावश्यक लोगों का आवागमन न हो, इसकी निगरानी की जिम्मेदारी देते हुए सहायक उप निरीक्षक अशोक खांडेकर को यहां ड्यूटी पर लगाया गया था. लाॅकडाउन की अवधि के बीच करतला थाना क्षेत्र में 17 मई को इस क्षेत्र में एएसआई के खिलाफ कुछ लोगों ने राह रोककर बेवजह परेशान करने व रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए एसपी अभिषेक मीणा से शिकायत की थी. ग्रामीणों से दुर्व्यवहार करने व रिश्वत मांगने के आरोप में खांडेकर को निलंबित कर दिया गया है.

पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच करने करतला थाना प्रभारी को अधिकृत किया है. बताया जा रहा है कि करतला थाना में पदस्थ सहायक उपनिरीक्षक अशोक खांडेकर के खिलाफ ग्रामीणों ने मारपीट करने का भी आरोप लगाया है. मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी ने उसे निलंबित कर रक्षित केंद्र में अटैच कर दिया है. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कीर्तन राठौर ने बताया कि करतला थाना क्षेत्र में एएसआई खांडेकर की ड्यूटी लगाई गई थी. दायित्व के विपरीत लोगों को परेशान करने के संबंध में एएसआई के खिलाफ गंभीर शिकायत प्राप्त हुई थी.

एसपी अभिषेक मीणा के निर्देश पर तत्काल ASI खांडेकर पर जांच बैठाई गई और उसे निलंबित कर दिया है. करतला थानेदार को जांच अधिकारी नियुक्त कर सात दिन में प्रतिवेदन प्रस्तुत करने कहा गया है. इस अवधि में एएसआई को लाइन अटैच कर दिया गया है. इस संबंध में ग्रामीणों ने एक वीडियो भी बनाया है, जो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसमें शिकायत करने वाला एक ग्रामीण बता रहा कि किस तरह एएसआई ने उसे रोककर परेशान किया और पांच हजार रुपये मांगे. इसके बाद डराया-धमकाया और उसने एक दिन पहले कुछ अन्य लोगों से भी ऐसा ही दुर्व्यवहार कर रुपये मांगे थे. वीडियों में जंगल के बीच एक बाइक पड़ी है और वहीं पांच-पांच सौ रुपये के नोट भी बिखरे पड़े हैं. आरोप लगाया जा रहा कि शिकायत होने पर उन रुपयों को वहां फेंककर एएसआई भाग गया.

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