प्रदेश में होगा रोड सेफ्ट इंजिनियर सेल का गठन

भोपाल
प्रदेश भर में सड़कों पर 616 ऐसे पॉइंट हैं, जहां ज्यादा सड़क हादसे होते हैं। इन पॉइंट पर सड़क हादसों में कमी लाने के लिए स्थाई रोड सेफ्ट इंजीनियर सेल का गठन किया जाएगा। जो हादसे रोकने के लिए ब्लेक स्पॉट पर काम करेगी। राज्य सड़क सुरक्षा क्रियान्वयन समिति की बैठक प्रमुख सचिव गृह मलय श्रीवास्तव की अध्यक्षता में यह निर्णय लिया गया है। साथ ही परमानेन्ट रोड सेफ्टी इंजीनियर सेल का गठन करने पर सहमति बनी है। ट्रेनिंग फॉर आडिटर के लिये वाल्मी संस्थान के माध्यम से प्रशिक्षण के निर्देश दिये गये। जानकारी के मुताबिक रोड सेफ्टी आडिट के लिये प्रथम चरण में ब्लेक स्पॉट लिए जाएंगे। लोक निर्माण विभाग द्वारा एक कैलेण्डर बनवाकर प्रशिक्षण के माध्यम से मास्टर ट्रेनर तैयार किया जाएगा, जिसे परिवहन विभाग सुप्रीम कोर्ट में प्रस्तुत करेगा। 616 ब्लेक स्पॉट में से  ट्रीट किये गये ब्लेक स्पॉटों का आडिट करवाकर संबंधित थाना से रिपोर्ट ली जाएगी, कि ब्लेक स्पॉट पर सुधार के बाद हादसों में कितनी कमी आई है। वहीं बैठक में ट्रॉमा सेन्टर पर भी चर्चा की गई।

बैठक में सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान के प्रतिनिधि द्वारा सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाये जाने संबंधी पॉवर पॉइंट प्रेजेन्टेशन दिया गया। बैठक में परिवहन आयुक्त शैलेन्द्र श्रीवास्तव, सचिव लोक निर्माण आरके मेहरा, सचिव स्कूल शिक्षा शोभित जैन और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक विजय कटारिया उपस्थित थे। बैठक में परिवहन विभाग के अफसरों ने बताया कि विभाग ने एक अप्रैल से 10 जून तक 294 वाहन चालकों के लायसेंस निलबिंत किये गये हैं। पुलिस द्वारा सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान 563 स्कूल-कॉलेजों में सड़क सुरक्षा जागरूकता/यातायात शिक्षा कार्यक्रम किये गये। इनमें एक लाख 10 हजार 962 विद्यार्थियों ने सहभागिता की। अप्रैल माह में शराब पीकर वाहन चलाने वाले 1759 वाहन चालकों के चालान बनाये गये और 1387 प्रकरण न्यायालय में पेश किये गये। चालान अनुज्ञप्ति निलंबित करने के 381 प्रकरण सक्षम अधिकारी को भेजे गये। मई माह में 1666 चालान बनाकर 1320 प्रकरण न्यायालय में पेश किये गये और 320 चालान अनुज्ञप्ति निलंबित करने के लिये सक्षम अधिकारी को भेजे गये।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button