इंदौर-उज्जैन संभागों में तेज आंधी और बारिश,अगले 48 घंटों में प्रदेश के कई संभागों में बारिश

भोपाल

बंगाल की खाड़ी के साथ अरब सागर में बने कम दबाव और वेस्टर्न डिर्स्टबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) के कारण मध्यप्रदेश में बादल और बारिश की संभावना बढ़ गई है। मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि अगले 48 घंटों के दौरान प्रदेश के कई संभागों में बारिश हो सकती है। इसका सबसे ज्यादा असर इंदौर, उज्जैन, होशंगाबाद और ग्वालियर, चंबल संभागों में दिखाई देगा। यहां तेज आंधियों के साथ ओले गिर सकता हैं। भोपाल में बुधवार शाम को बूंदाबांदी और गुरुवार को हल्की बारिश की संभावना बन रही है। प्रदेश के करीब 6 संभागों में बारिश होने की स्थिति बन गई है।

मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि वर्तमान में दक्षिण-पूर्वी अरब सागर में साइक्लोन सक्रिय है। इसी से महाराष्ट्र तट तक एक ट्रफ लाइन भी जा रही है। इसके प्रभाव में पूर्व-मध्य अरब सागर में महाराष्ट्र तट के पास निम्न दाब क्षेत्र बन रहा है। दक्षिणी थाइलैंड के पास बंगाल की खाड़ी में निम्न दाब क्षेत्र संयुक्त रूप से साइक्लोन सक्रिय हो चुका है।

आगे चलकर चक्रवातीय तूफान के रूप में प्रभावशाली होकर उत्तर-पश्चिम की ओर उत्तरोत्तर जाएगा। वहीं पश्चिमी विक्षोभ (WD) ईरान-अफगानिस्तान क्षेत्र में पछुवा पवनों के बीच एक ट्रफ के रूप में अवस्थित है। अगला पश्चिमी विक्षोभ 4 दिसंबर को आ सकता है। अगर यह सक्रिय होता है, तो तापमान में तीन दिन तक ज्यादा बढ़ोतरी नहीं होगा। इसके जाने के बाद फिर तापतान में गिरावट दर्ज की जाएगी। हालांकि अभी हल्की ठंड बनी रहेगी।

इन संभागों में ज्यादा सक्रिय

बंगाल की खाड़ी के साथ अरब सागर में निम्न दबाव का सबसे ज्यादा असर इंदौर, उज्जैन, होशंगाबाद, भोपाल, ग्वालियर और चंबल संभागों पर पड़ेगा। पश्चिमी विक्षोभ के कारण तेज हवाओं के साथ ओले गिर सकते हैं। इसका असर प्रदेश भर में देखा जाएगा। अगले 48 घंटे बादल छाए रहेंगे। कई इलाकों में गरज-चमक की स्थिति बन सकती है।

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