आरोपियों को फांसी देने की मांग, पीड़ित पिता ने मुआवजे को ठुकराया: मंदसौर गैंगरेप
इंदौर
मध्य प्रदेश के मंदसौर में गैंगरेप और हैवानियत की शिकार हुई सात साल की बच्ची का इंदौर के महाराजा यशवंतराव अस्पताल (एमवायएच) में इलाज चल रहा है। इस बीच राज्य की शिवराज सिंह चौहान सरकार से मिले मुआवजे को ठुकराते हुए पीड़ित पिता ने कहा है कि उन्हें कोई मुआवजा नहीं चाहिए और वह सिर्फ आरोपियों को फांसी पर लटकते देखना चाहते हैं।
मध्य प्रदेश की महिला और बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनिस ने कहा, 'मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तरफ से पीड़ित बच्ची के पिता के बैंक अकाउंट में 5 लाख रुपये ट्रांसफर किए गए हैं। उम्मीद है कि पुलिस आरोपियों पर जल्द कार्रवाई करेगी, जिससे उन्हें फांसी के फंदे पर लटकाया जा सके। बच्ची के स्वास्थ्य और शिक्षा का निर्वहन राज्य सरकार करेगी।'
हालांकि बच्ची के पिता को मुआवजा मंजूर नहीं है। मीडिया से बातचीत करते हुए मासूम के पिता ने कहा, 'मुझे कोई मुआवजा नहीं चाहिए। मैं केवल इतना चाहता हूं कि आरोपियों को फांसी हो।' इससे पहले शनिवार को डॉक्टरों ने मेडिकल बुलेटिन जारी करते हुए बताया था कि बच्ची की सेहत में सुधार हुआ है।
'सेहत में सुधार, होश में बच्ची'
पीड़ित बच्ची मंदसौर से करीब 200 किलोमीटर दूर इंदौर के एमवाय अस्पताल में 27 जून की रात से भर्ती है। एमवाय अस्पताल के अधीक्षक वीएस पाल ने बच्ची के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देते हुए बताया, 'बच्ची की हालत खतरे से बाहर है। उसकी सेहत में लगातार सुधार हो रहा है।'