अब डीएमआरसी ने उज्जैन से इंदौर के बीच मेट्रो का किया सर्वे

इंदौर
 शहर में चल रहे मेट्रो ट्रेन परियोजना के काम के बाद अब इंदौर से पीथमपुर और इंदौर से उज्जैन के बीच मेट्रो की संभावना को लेकर सर्वे किया जा रहा है। इंदौर से उज्जैन के बीच में डीएमआरसी की टीम ने सर्वे किया है। यहां पर मेट्रो एट लेवल हो सकती है। अगले सप्ताह डीएमआरसी की एक बड़ी टीम आएगी और विस्तृत सर्वे करेगी।

मेट्रो परियोजना के अधिकारियों के अनुसार इंदौर से उज्जैन के बीच में मेट्रो के लिए सर्वे हुआ है। जिसमें दिल्ली मेट्रो रेल कारर्पोरेशन डीएमआरसी के अधिकारियों की एक टीम ने इंदौर से उज्जैन तक सड़क से सर्वे कर सड़क की स्थिति, ट्रैफिक एवं अन्य पहलुओं का निरीक्षण किया है। अब यह टीम अपनी रिपोर्ट देगी। जिसके बाद एक दूसरी टीम आएगी जो विस्तृत सर्वे करेगी।

अधिकारियों ने बताया कि इंदौर से उज्जैन के बीच में मेट्रो संभवत एविलेटेड होगी। लेकिन टीम ने इस बात की भी संभावना तलाशी है जिसमें मेट्रो जमीन की सतह लेवल जिसे तकनीकी भाषा में एट लेवल कहा जाता है वैसे स्वरूप में भी हो सकती है। इस का काम 2028 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

अभी यह है इंदौर से उज्जैन रूट का ट्रैफिक

प्राइम रूट बस आनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष गोविंद शर्मा बताते हैं कि इंदौर से उज्जैन के बीच में निजी वाहनों के अलावा रोजाना करीब 10 हजार लोग अपडाउन करते हैं। इस रूट पर करीब 130 बसें है, कुछ बस दो फेरे भी लगाती हैं। जिससे इस पर रोजाना 8000 यात्री सफर करते हैं। इसके अलावा दूसरी यात्री और पैसेंजर ट्रेन भी चलती है। जिसमें करीब 2 हजार से यात्री सफर करते हैं। इस रुट पर करीब 10 हजार यात्री सफर करते हैं। भविष्‍य में यह संख्या और बढ़ेगी।

ऐसी रहेगी पीथमपुर मेट्रो

विजय नगर से राजीव गांधी तक यह मेट्रो थ्री लेयर होगी। जिसमें नीचे सामान्य ट्रैफिक चलेगा, उसके ऊपर लोकपरिवहन वाहन और सबसे ऊपर मेट्रो चलाने का प्रस्ताव है। राजीव गांधी चौराहे से पीथमपुर तक मेट्रो ऐलिवेटेड स्वरूप में होगी। इंदौर से पीथमपुर के बीच में रोजाना करीब 40 हजार लोग अपडाउन करते है। इसे जल्द ही पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

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