बायजू में बड़ी छंटनी 1000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला

मुंबई

देश की सबसे बड़ी एडटेक कंपनी बायजू (Byju's) में बड़ी छंटनी हुई है. कंपनी ने रिस्ट्रक्चरिंग प्रक्रिया के तहत 1,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है. इस बारे में जानकारी रखने वाले लोगों का कहना है कि बायजू ने अलग-अलग डिपार्टमेंट से छंटनी की है. हालांकि, कुछ समय पहले से ही ये चर्चा चल रही थी कि बायजू बड़ी संख्या में कर्मचारियों की छुट्टी करने वाली है. ग्लोबल लेवल पर बढ़ती आर्थिक मंदी (Recession) की आशंका के बीच दुनियाभर की कंपनियों में छंटनी देखने को मिल रही है.

2023 में छंटनी का दूसरा राउंड

एडटेक कंपनी बायजू ने इस साल की शुरुआत में भी कंपनी ने करीब 1,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था. अब साल में दूसरी बार बायजू ने छंटनी को अंजाम दिया है. पीटीआई भाषा ने एक सूत्र के हवाले से लिखा कि बायजू ने 1,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल बाहर किया है. हालांकि, नए कर्मचारियों के आने से अभी भी कंपनी में कर्मचारियों की संख्या 50,000 के आसपास बनी हुई है.

कॉस्ट कटिंग प्रोसेस का हिस्सा

एक अरब डॉलर के कर्ज भुगतान को लेकर अमेरिकी कोर्ट में जारी कानूनी विवाद के बीच बायजू में छंटनी का नया दौर शुरू हुआ है. सूत्र का कहना है कि हाल में हुई छंटनी का नया दौर कंपनी की लागत को कम करने की प्रक्रिया का हिस्सा है. बायजू के फाउंडर और सीईओ बायजू रवींद्रन ने अक्टूबर में कर्मचारियों को आश्वासन दिया था कि 2,500 कर्मचारियों के बाद कंपनी में आगे कोई छंटनी नहीं होगी.

रिपोर्ट्स के अनुसार, छंटनी का नया दौर 16 जून से शुरू हुआ, जिसमें कर्मचारियों को इन-मीटिंग और फोन कॉल के जरिए नौकरी से निकाले जाने की सूचना दी गई है. छंटनी ने प्लेटफॉर्म, ब्रांड, मार्केटिंग, बिजनेस, प्रोडक्ट और टेक टीम के सदस्यों को प्रभावित किया है.

देश की बड़ी एडटेक कंपनी

भारत के सबसे बड़े स्टार्टअप्स में से एक बायजू लगभग 50,000 कर्मचारियों को रोजगार देती है. बायजू की वैल्यूएशन वैल्यू कभी 22 बिलियन डॉलर थी. इस कंपनी की शुरुआत साल 2011 में हुई थी और इसने पिछले एक दशक में जनरल अटलांटिक, ब्लैकरॉक और सिकोइया कैपिटल जैसे वैश्विक निवेशकों को आकर्षित किया है.

रिपोर्ट के मुताबिक, एडटेक कंपनी Byju's कॉस्ट कटिंग (Cost Cutting) के तहत वर्कफोर्स में कटौती कर रही है. छंटनी (Layoff) से प्रभावित होने वाले ज्यादातर कर्मचारी ऑन-ग्राउंड सेल्स टीमों का हिस्सा हैं और संविदा पर कॉन्टैक्ट बेस पर कंपनी से जुड़े हुए हैं. इन कर्मचारियों की हायरिंग बायजू थर्ड पार्टी के जरिए की जाती है.

क्यों संकट में एडटेक कंपिनयां?

दुनियाभर की एडटेक कंपिनयों में छंटनी क्यों हो रही है? इस सवाल के जवाब में एक्सपर्ट्स का कहते हैं कि कोविड महामारी के समय लगे लॉकडाउन के दौरान टेक कंपनियों में बड़े पैमाने पर हायरिंग हुई थी. तब माहौल अनुकूल था. लेकिन जैसे ही लॉकडाउन की पाबंदिया खत्म हुईं और स्कूल और कॉलेज खुले, तो इस सेक्टर की सेहत बिगड़ने लगी. लॉकडाउन के दौरान लाखों लोग घर से काम कर रहे थे. इस वजह से कंपनी के टेक्नोलॉजी और मैटेरियल की डिमांड बढ़ रही थी. लेकिन जैसे ही स्टूडेंट्स वापस स्कूल-कॉलेज जाने लगे तकनीक की मांग कम हो गई.

 

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