JNU स्टूडेंट्स का आरोप- जन्माष्टमी मनाने से रोकने की हुई कोशिश, फाड़े गए पोस्टर
नई दिल्ली
दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के छात्र-छात्राओं के एक समूह ने आरोप लगाया है कि उन्हें श्रीकृष्ण जन्माष्टमी त्योहार मनाने से रोकने की कोशिश की गई और उनके पोस्टर फाड़ दिए गए. स्टूडेंट ग्रुप ने कहा है कि इससे उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं.
यूनिवर्सिटी के छात्र संगठन विवेकानंद विकास मंच ने इस बारे में दिल्ली पुलिस में एक लिखित शिकायत भी की है. संगठन का कहना है कि उन्हें जन्माष्टमी मनाने से रोकने की कोशिश की गई और उनके द्वारा लगाए गए पोस्टर्स को हटा दिया गया.
हालांकि बाद में संगठन ने यह स्वीकार किया कि उन्होंने जन्माष्टमी मनाई और मामला शांत हो गया और कोई अप्रिय घटना नहीं हुई.
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने हमारे सहयोगी प्रकाशन मेल टुडे को बताया, 'हमें विवेकानंद विकास मंच से लिखित शिकायत मिली है, लेकिन इसे एफआईआर में नहीं बदला गया है.' उन्होंने कहा कि यह एक छोटी घटना है और यूनिवर्सिटी परिसर में शांति से जन्माष्टमी मनाई गई है.
विवेकानंद विकास मंच द्वारा वसंत कुंज (उत्तरी) के थानाध्यक्ष के यहां दर्ज शिकायत में कहा गया है, 'हमने यूनिवर्सिटी कैम्पस में जन्माष्टमी उत्सव मनाने के बारे में 28 अगस्त को पोस्टर-बैनर लगाए थे. इसमें कहा गया था कि परिसर में जन्माष्टमी के अवसर पर मटकी फोड़ प्रतिस्पर्धा का आयोजन किया जाएगा. लेकिन 2 सितंबर को हमने देखा कि ये पोस्टर कई जगहों से हटा दिए गए हैं. ये बैनर-पोस्टर जेएनयू के चुनाव कमिटी के प्रमुख हिमांशु कुलश्रेष्ठ के द्वारा हटाए गए.'
कुछ छात्रों ने यह भी दावा किया कि पोस्टर वामपंथी स्टूडेंट्स ने हटाए और उन्होंने धमकी दी कि परिसर में यदि जन्माष्टमी मनाई तो पिटाई की जाएगी.