भूमिगत बनेगा बालासाहेब ठाकरे स्मारक, महापौर के हेरिटेज बंगले में नहीं होगा बदलाव
मुंबई
दिवंगत शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे का स्मारक दादर स्थित महापौर बंगले में ही बनेगा। इसके लिए बंगले के हेरिटेज स्वरूप में किसी भी तरह का बदलाव नहीं किया जाएगा। भूमिगत बनने वाला स्मारक 9,000 स्क्वेयर फीट इलाके में फैला होगा। स्मारक के लिए बंगले के आस-पास लगे पेड़ों को भी नहीं काटा जाएगा।
महापौर का यह ऐतिहासिक बंगला ग्रेड-2 बी विरासत के तहत आता है। बता दें कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में बालासाहेब ठाकरे स्मारक ट्रस्ट संचालित किया जा रहा है। उद्धव ठाकरे की योजना है कि स्मारक में गैलरी, लाइब्रेरी, सेमिनार हॉल, व्याख्यान कक्ष और कई अन्य उपयोगी चीजें बनाई जाएं। बता दें कि यह हेरिटेज बंगला 2,300 स्क्वेयर फीट में फैला हुआ है। स्मारक बनाने के लिए यह बंगला काफी छोटा पड़ रहा था। वहीं अंडरग्राउंड फसिलिटी के बाद यह स्मारक 9,000 स्क्वेयर फीट में फैल जाएगा।
1928 में बना था यह ऐतिहासिक बंगला
मुंबई हेरिटेज कंजरवेशन कमिटी ने हाल ही में महापौर के बंगले का निरीक्षण किया था। समिति, स्मारक बनाने के नए प्लान से संतुष्ट है, जिसमें 1928 में बनी इस ऐतिहासिक इमारत में किसी भी तरह की छेड़छाड़ नहीं की जाएगी। बीएमसी ने यह बंगला 1962 में खरीदा था और मुंबई के पहले महापौर डॉ बीपी देवगी का यह आधिकारिक निवास बना था। वह इस बंगले में 1964-65 तक ठहरे। यह शिवाजी पार्क के पास स्थित है, जहां बाल ठाकरे अक्सर दशहरा रैलियों को संबोधित करते थे। यह स्थान बाल ठाकरे के स्मारक बनाने के लिए सही विकल्प था।
ऐसा होगा स्मारक
योजना के मुताबिक स्मारक चारों तरफ पानी से घिरा रहेगा। बंगले के सामने एकमात्र भूमिगत संरचना होगी। इसमें प्रवेश द्वार की लंबाई 1.5 से घटाकर 1.2 मीटर कर दी गई है, जिससे बंगला साफ दिखे। हालांकि हेरिटेज कमिटी चाहती है कि प्रवेश द्वार की ऊंचाई कम हो जाए। बाल ठाकरे स्मारक के लिए नया डिजाइन हेरिटेज आर्किटेक्ट आभा नरायण लांबा ने तैयार किया है। स्मारक के लिए बंगले में नौकरों और ड्राइवरों के कमरों को तोड़ा जाएगा। इसे तोड़कर यहां कई उपयोगी ब्लॉक बनेंगे। यहां जमीन के दक्षिण-पूर्व कोने में एक खुली पार्किंग भी बनाई जाएगी। स्मारक के हेरिटेज पैनल ने यहां जमीन के लेवल को बराबर करने की मांग की है, जिससे इस हेरिटेज बंगले में प्रवेश करने पर एक समान लेवल मिले।