विवेक तिवारी मर्डर: यूपी पुलिस को पढ़ाया जा रहा नया पाठ, …नाजुक अंगों पर लाठी या गोली ना मारें
लखनऊ
ऐपल के एएसएम विवेक तिवारी हत्याकांड के बाद हुई पुलिस की किरकिरी से सबक लेते हुए सिपाहियों को रिफ्रेशर कोर्स करवाए जाने का निर्णय लिया गया है। इस कोर्स के तहत यूपी पुलिस को नया पाठ पढ़ा जा रहा है। इसके तहत उन्हें बताया जा रहा है कि विशेष परिस्थितियों को छोड़, शरीर के नाजुक अंगों पर किसी भी हालत में लाठी या गोली ना मारें। परिस्थितियों को पूरी तरह से समझने के बाद आलाधिकारियों से बात करके उनके निर्देश पर ही कोई सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
इस पाठ के तहत पुलिसकर्मियों को यह भी बताया जाएगा कि किसी भी व्यक्ति या भीड़ को पहले समझाने का प्रयास किया जाना चाहिए। भीड़ पर नियंत्रण के लिए बल प्रयोग की आवश्यकता हो तो मैजिस्ट्रेट के आदेश पर ही सिर्फ पैरों पर ही लाठी मारी जाएगी। डीजीपी ओपी सिंह ने यह पाठ सिपाहियों को पढ़ाया। वह पुलिस लाइंस में सोमवार को शुरू हुए रिफ्रेशर कोर्स के पहले दिन सिपाहियों को संबोधित कर रहे थे।
अनुशासनहीनता की शिकायत मिली, तो कार्रवाई
डीजीपी ने साफ शब्दों में संदेश देते हुए कहा कि विभाग में किसी तरह की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सोशल मीडिया पर 10 अक्टूबर को पुलिस वालों के काली पट्टी बांध के विरोध पर डीजीपी ने कहा कि ऐसी कोई सूचना उनके पास नहीं है। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर पुलिस के अलावा एटीएस, एसटीएफ और एलआईयू की टीम नजर रखे है।
क्राइम सीन की दी जानकारी
एडीजी जोन राजीव कृष्ण ने बताया कि 12 दिनों तक चलने वाली इस ट्रेनिंग में सिपाहियों को इंडोर और आउटडोर ट्रेनिंग दी जाएगी। इंडोर क्लास में कानून, मनवाधिकार सहित अन्य विषयों के बारे में बताया जाएगा। वहीं, आउट डोर क्लास में सिपाहियों को असलहे के प्रयोग, उसके रख रखाव सहित योगा, पोशाक और अन्य विषयों पर जानकारी दी जाएगी। वहीं, फरेंसिक एक्सपर्ट ने क्राइम सीन को सुरक्षित करने की जानकारी दी। एएसपी पश्चिम विकास चंद्र त्रिपाठी ने पुलिस कर्मियों को भीड़ नियंत्रण करने के बारे में विस्तार से बताया।