बीजेपी में अपनों का ‘प्रहार’ तेज, यूपी उपचुनाव में हार के बाद

लखनऊ 
उपचुनावों में हार के बीजेपी में अपनों के 'प्रहार' तेज हो गए हैं। पार्टी के विधायक और मंत्री, अफसरों के भ्रष्टाचार को हार की वजह बता रहे हैं तो सांसद ने रणनीति पर ही सवाल उठा दिए हैं। इस बीच बीजेपी में चल रही अपनों की बयानबाजी पर समाजवादी पार्टी के अध्‍यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर तंज कसा है। 

 

बिजनौर के सांसद भारतेंदु सिंह ने कहा है कि चुनाव में कुछ लोग ऐसे भी लगाए जाने चाहिए थे, जिनको जीतने का भी अनुभव हो। भूपेंद्र सिंह तीन बार चुनाव हारे। क्षेत्रीय अध्यक्ष थे, उन्हें पंचायती राज मंत्री बना दिया गया। संजीव बालियान हरियाणा में वेटनरी डॉक्टर थे, 2014 में आए, टिकट मिल गया। सांसद, फिर मंत्री बन गए और अब प्रदेश उपाध्यक्ष हैं। कांता कर्दम राज्यसभा सांसद बनाई गईं। साफ है कि इन नेताओं से जो लाभ पार्टी को मिलना चाहिए था, नहीं मिला। 

वहीं, मुजफ्फरनगर से सांसद संजीव बालियान ने पलटवार करते हुए कहा, 'भारतेंदु पड़ोस के सांसद हैं। अच्छा होता चुनाव में समय देते। वे राजा हैं उन्हें घर-घर घूमकर वोट मांगना अच्छा नहीं लगता होगा। मैं किसान परिवार से हूं, पार्टी का कार्यकर्ता हूं, इसलिए लगा। मैं स्टार प्रचारक नहीं था।' 
 
कुछ लोग मंत्री बने रहे तो पार्टी गर्त में जाएगी
बैरिया से बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार के आधे मंत्रियों के कामकाज का तरीका अच्छा नहीं है। वे पार्टी कार्यकर्ताओं की बातों को तवज्जो नहीं दे रहे हैं। सरकार में अगर ऐसे मंत्री अपने पद पर बने रहे तो बीजेपी दिनों-दिन गर्त में जाएगी। थाना, तहसील और ब्लॉक के स्तर पर अपेक्षित सुधार नहीं होने के कारण चुनाव में हार हुई है। हरदोई के गोपामऊ से विधायक श्याम प्रकाश ने तो पूरी कविता ही लिख डाली है… 'मोदी नाम से पा गए राज, कर न सके जनता मन काज। संघ, संगठन हाथ लगाम, मुख्यमंत्री भी असहाय। जनता और विधायक त्रस्त, अधिकारी, अध्यक्ष भी भ्रष्ट।' 

'एसपी-बीएसपी ने खेला जाति‍वाद का गंदा खेल' 
कैराना-नूरपुर के नतीजों के बाद शुक्रवार को इटावा में अपनी पहली सार्वजनिक सभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि बीजेपी के खिलाफ सारी पार्टियां एक हो गई हैं। सिर से पांव तक भ्रष्टाचार में डूबी कांग्रेस भ्रष्टाचार की बात उठाती है तो हंसी आती है। बीजेपी का मुद्दा पहले भी विकास था और आगे भी रहेगा। 

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