मिजोरम सैनिक स्कूल में गर्ल्स की एंट्री: बना इतिहास

गुवाहाटी 
देश के 26 सैनिक स्कूलों में से सबसे नया और नैशनल डिफेंस अकैडमी (एनडीए) द्वारा पोषित सैनिक स्कूल में लड़कियों को प्रवेश दिया गया है। मिजोरम के चिंगचिप में स्थापित इस स्कूल में सोमवार को छह गर्ल कैडेट्स ने पहली बार प्रवेश किया। इस तरह मिजोरम का यह सैनिक स्कूल देश का पहला सैनिक स्कूल बन गया है, जिसने लड़कियों के लिए अपने दरवाजे खोले हैं। 
 
डिफेंस पीआरओ कर्नल कोनवेर ने कहा कि 4 जून को मिजोरम के चिंगचिप + सैनिक स्कूल में इतिहास बनाया है। यहां कक्षा 6 में 54 लड़कों के साथ 6 लड़कियों को भी प्रवेश मिला है। चिंगचिप सैनिक स्कूल देश का पहला ऐसा सैनिक स्कूल सोसायटी द्वारा संचालित सैनिक स्कूल बन गया है, जहां लड़कियां कैडेट्स शामिल की गई हैं। 

यूपी सैनिक स्कूल को प्रदेश सरकार से फंड 
यूपी सैनिक स्कूल ने पहली बार इस साल अप्रैल में लड़कियों का पंजीकरण किया था। इस स्कूल को प्रदेश सरकार फंड देती है। जो स्कूल सैनिक स्कूल सोसायटी द्वारा संचालित होते हैं, यूपी का सैनिक स्कूल उनसे अलग हैं। सैनिक स्कूल सोसायटी द्वारा संचालित स्कूल रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आते हैं। इस सोसायटी के चेयरमैन रक्षा मंत्री होते हैं। 

 
डिफेंस  पीआरओ ने बताया कि इस ऐतिहासिक दिन पर स्कूल प्रिंसिपल लेफ्टिनेंट कर्नल इंद्रजीत सिंह ने 2018-19 बैच के 60 कैडेट्स का स्वागत किया। इन 60 कैडेट्स में 6 गर्ल कैडेट्स भी शामिल थीं। इन लड़कियों को चयन प्रक्रिया द्वारा ही चुना गया। लिखित टेस्ट के बाद उनका साक्षात्कार लिया गया और फिर उनका चयन हुआ। 

1961 में सतारा में पहला सैनिक स्कूल की स्थापना 
उन्होंने कहा कि सैनिक स्कूल की स्थापना नैशनल डिफेंस अकैडमी, खडकवासला पुणे और इंडियन नवल अकैडमी  के लिए छात्रों को तैयार करने के लिए की गई थी। अभी तक एनडीए और आईएनए में सिर्फ लड़कों को लिया जाता था, लेकिन अब वहां भी लड़कियों को प्रवेश मिलने लगा है। 

पहला सैनिक स्कूल जून 1961 में महाराष्ट्र के सतारा में खोला गया था। उसी साल कुछ महीने बाद चार और स्कूल हरियाणा के कुंजपुरा, पंजाब के कपूरथला, गुजरात के बालाचडी और राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में खोले गए। चिंगचिप सैनिक स्कूल 2017 में खोला गया। झारखंड के तिलइया में सबसे बड़ा सैनिक स्कूल स्थापित है। यहां पर 6वीं और 8वीं कक्षा में 870 सीट्स हैं। 

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