भारत की पाकिस्‍तान को दी चेतावनी कहा – ग्रे लिस्‍ट से बाहर निकले हैं, निगरानी से नहीं, गलतफहमी में न रहें

इस्‍लामाबाद
 पिछले दिनों पाकिस्‍तान में हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर सैयद सलाउद्दीन को खुलेआम घूमते देखा गया। यह आतंकी एक और आतंकी के जनाजे में शामिल होने के लिए पहुंचा था। एक तरफ तो मुल्‍क आर्थिक संकट में फंसा है और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भीख मांग रहे हैं तो दूसरी ओर यह तस्‍वीर वाकई हैरान करने वाली थी। अब फाइनेंशियनल एक्‍शन टास्‍क फोर्स (FATF) के भारतीय मूल के मुखिया ने पाकिस्‍तान को आगाह कर दिया है कि चाहे वह कितना भी कोशिश कर ले, संस्‍था की नजरों से बच नहीं सकता है। संगठन के मुखिया टी राजा कुमार की तरफ से देश को दो टूक बता दिया गया है कि उस पर बराबर नजरें बनी हुई हैं। ऐसे में वह किसी भी गफलत में न रहे।

रावलपिंडी में नजर आया आतंकी
एफएटीएफ के भारतीय मूल के मुखिया टी राजा कुमार ने शुक्रवार को कहा कि संगठन की तरफ से पाकिस्‍तान के उन एक्‍शन पर नजर रखी जा रही है जो काउंटर टेरर फाइनेंसिंग के इसके सिस्‍टम को मजबूती दे सकें। उन्‍होंने कहा कि देश के लिए भी यह काफी जरूरी है कि वह अपने सभी वादों को पूरा करे। टी राजा कुमार की तरफ से यह टिप्‍पणी तब की गई जब वह एक न्‍यूज कॉन्‍फ्रेंस में मौजूद थे। फ्रांस की राजधानी पेरिस में एक मीटिंग के दौरान वह मीडिया से मुखातिब थे। यहीं पर उनसे सवाल किया गया कि हिजबुल का आका सैयद सलाउद्दीन अपनी गतिविधियों के रावलपिंडी से चला रहा है तो क्‍या यह पाकिस्‍तान के उस वादे के खिलाफ है जो आतंकवाद पर सख्‍ती को लेकर किया गया था?

हो रही मॉनिटरिंग
इस पर टी राजा कुमार ने कहा, 'मैं एक खास मीडिया रिपोर्ट्स पर कोई अंदाजा नहीं लगाऊंगा। लेकिन मुझे लगता है कि पाकिस्‍तान को मॉनिटर करने की दिशा में जो कुछ किया जा रहा है, उसे जारी रखा जाएगा।' पिछले दिनों आई एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया था कि हिजबुल सरगना रावलपिंडी में आजादी से घूम रहा है। रावलपिंडी, पाकिस्‍तानी सेना का हेडक्‍वार्ट्स है। जो वीडियो सामने आया है उसमें नजर आ रहा है कि किस तरह से यह आतंकी बॉडीगार्ड्स के साथ हिजबुल कमांडर बशीर अहमद पीर के जनाजे में पहुंचता है। कुछ अज्ञात हमलावरों ने रावलपिंडी में पीर की हत्‍या कर दी थी। सैयद सलाउद्दीन ने इस मौके पर भारत को बर्बाद करने की भी धमकी दी। जबकि आसपास मौजूद भीड़ जोश में चिल्‍ला रही थी।

एशिया पैसेफिक ग्रुप (APG) एफएटीएफ की एक क्षेत्रीय शाखा है जिसमें 41 सदस्‍य हैं। एफएटीएफ की यह बॉडी मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फाइनेंसिंग पर नजर रखती है। एफएटीएफ ने पाकिस्‍तान को पिछले साल अक्‍टूबर में ग्रेल लिस्‍ट से हटा दिया था। एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग और काउंटर टेररिज्‍म फाइनेंसिंग (CFT) पर दिए गए एक्‍शन प्‍लान के बाद उसे लिस्‍ट से हटाया गया। एफएटीएफ ने साल 2018 में पाकिस्‍तान को ग्रे लिस्‍ट में डाला था।

पाकिस्‍तान को याद दिलाए वादे

जिस समय उसे लिस्‍ट से हटाया गया संगठन ने पाकिस्‍तान से कहा था कि उसे टेरर फाइनेंसिंग और मनी लॉन्ड्रिंग के खिलाफ सिस्‍टम को बेहतर करने के प्रयास जारी रखने होंगे। टी राजा कुमार ने कहा कि पाकिस्‍तान ने 34 एक्‍शन प्‍वाइंट्स पर या तो पूरी तरह से एक्‍शन लिया या फिर थोड़ा एक्‍शन लिया। उनका कहना था कि उसे इन सभी प्‍वाइंट्स पर एक्‍शन लेना जारी रखना होगा। साथ ही जो बदलाव किए हैं उन्‍हें स्थिर रखना होगा। उनके शब्‍दों में, 'अब जबकि यह काफी महत्‍वपूर्ण है कि पाकिस्‍तान को लिस्‍ट से हटा दिया गया है, उस पर एपीजी ग्रुप की तरफ से लगातार निगरानी की जा रही है। ऐसे में मैं पाकिस्‍तान से अपील करूंगा कि वह अपने एक्‍शन प्‍लान को पूरा करे और अपने वादे पर टिका रहे।'

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