बड़ा खुलासा: बंगाल के नंबरों से बिहार में सक्रिय ठग, दिल्लीवालों को बना रहे शिकार

 नई दिल्ली 
ऑक्सीजन, इंजेक्शन, दवाइयों और हॉस्पिटल में बेड दिलाने के नाम पर जमकर जालसाजी कर रहे साइबर अपराधियों पर नकेल कसने के लिए साइबर सेल की अगुवाई में सभी जिला पुलिस सहित 20 टीमों को लगा दिया गया हैं। इन टीमों की पड़ताल और धरपकड़ में खुलासा हुआ कि जिन नंबरों से साइबर बदमाश लोगों से ठगी कर रहे थे, उनमें से करीब 40 फीसदी नंबर बंगाल से जारी किए गए थे। वहीं 50 फीसदी नंबर अन्य प्रदेशों जैसे हरियाणा, राजस्थान, असम, उड़ीसा, बता यूपी और दिल्ली-एनसीआर के हैं।

दूसरा बड़ा खुलासा हुआ है कि साइबर सेल की तरफ से चिह्नित किए ए नंबरों में से करीब 70 फीसदी नंबरों का ऑपरेशन बिहार और झारखंड से हो रहा था। निशाने पर दिल्ली-एनसीआर के लोग थे। जिन अकाउंट में रकम ट्रांसफर कराई जा रही थी, वे अकाउंट नंबर भी महाराष्ट्र, बंगाल, बिहार, राजस्थान, हरियाणा के पते पर थे। ठगी के ज्यादातर मामलों में बंगाल का नंबर, बेहार से ऑपरेशन और दिल्ली एनसीआर के लोग निशाने पर थे।साइबर सेल के ज्वाइंट कमिश्नर प्रेमनाथ ने यह बताया कि ठगी करने वाले 900 नंबरों को ब्लॉक कर दिया गया है। इसमें से बंगाल के करीब 359, बाकि 541 नंबर हरियाणा, राजस्थान, असम, कर्नाटक, उड़ीसा, यूपी व दिल्ली-एनसीआर के हैं। बाकी प्रदेशों के नंबर सात से लेकर 13 फीसदी के बीच हैं। जांच के दौरान 372 मामले दर्ज किए गए और 91 को गिरफ्तार किया गया है। वहीं ठगी की रकम लेने में इस्तेमाल 95 डिवाइस सीज की गई।

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