कमलनाथ कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, भाजपा के DNA में है खोट

भोपाल
 मध्य प्रदेश में कांग्रेस की कमान संभालने के बाद से ही कमलनाथ भाजपा पर लगातार हमलावर बने हुए हैं। एक बार उन्होंने अपने वही तेवर फिर से दिखाए हैं। इस बार उन्होंने भाजपा के डीएनए पर ही सवाल उठा दिया और कहा कि उनके डीएनए में खोट है। इतना ही नहीं कमलनाथ ने अपनी पार्टी कांग्रेस और भाजपा के डीएनएन में अंतर बताते हुए कहा कि कांग्रेस की नीति है, संविधान है, नीयत है, लेकिन भाजपा के साथ ऐसा नहीं है।

भोपाल में सत्ता बदलो-संविधान बचाओ यात्रा की समाप्ति के दौरान कमलनाथ ने ये बातें कहीं। यात्रा के समाप्त होने पर कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा के शासन काल में हर वर्ग का व्यक्ति परेशान है। कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी सरकार के चलते युवा, किसान, महिलाएं सब परेशान हैं, लेकिन कांग्रेस हर वर्ग के हितों की रक्षा के बारे में सोचती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास अपनी नीति है, संविधान है लेकिन भाजपा के पास यह सब कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग सिर्फ बोल सकते हैं, बात कर सकते है, भाषण दे सकते हैं, लेकिन भाजपा के डीएनए में ही खोट है। उन्होंने कहा कि वह अब इस बात को आगे ले जाएंगे।

आपको बता दें कि कांग्रेस की ओर से सत्ता बदलो संविधान बचाओ यात्रा निकाली गई थी। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद राजमणि पटेल के नेतृत्व में पूरे प्रदेश में निकाली गई 'सत्ता बदलो-संविधान बचाओ' जन जागरण यात्रा का समापन 15 जून को दोपहर 12 बजे भोपाल स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय परिसर में हुआ। इस अवसर पर एक बड़ी आमसभा भी हुई, जिसे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ, प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया और ओबीसी प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद ताम्रध्वज साहू ने संबोधित किया।

इसके अलावा कमलनाथ ने कार्यक्रम के दौरान शिवराज सरकार पर सरकारी खजाने को खाली करने की भी बात कही। कमलनाथ ने कहा कि शिवराज सरकार द्वारा सम्मेलनों पर करोड़ों रुपये खर्च किये जा रहे हैं, जिसकी वजह से सरकारी खजाना भी खाली हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर ये पैसा ऐसे ही खर्च होता रहा तो प्रदेश का उत्थान हो चुका, सरकार जिस तरह से सरकारी खजाने को खाली कर रही है यह बात हमें जनता तक पहुंचाना होगा।

इस दौरान ही कमलनाथ ने भाजपा के ऊपर इस तरह से निशाना साधा। वैसे डीएनए को लेकर इस तरह की बयानबाजी पहली बार नजर नहीं आई है। तीन साल पहले भी डीएनए को लेकर राजनीतिक बयानबाजी हो चुकी है। तीन साल पहले बिहार से DNA की राजनीति की शुरुआत हुई थी। 2018 विधानसभा चुनाव से पहले अब मध्यप्रदेश में यही माहौल बनता दिखाई दे रहा है। इससे पहले 2015 में पीएम नरेंद्र मोदी ने मुज्जफरनगर में आयोजित एक परिवर्तन रैली में सबसे पहले डीएनए की बात उठाई थी। मुज्जफरनगर दौरे में शामिल पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि नीतीश कुमार के पॉलिटिकल DNA में कुछ गड़बड है।

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