पूर्व सफाईकर्मी रेनार्ड बनाम इलेक्ट्रिशियनइ सांतोस की टीमों में जंग
मॉस्को
पूर्व सफाईकर्मी और अब कोच हेर्व रेनार्ड की मोरक्को फीफा विश्वकप के अपने ग्रुप बी मैच में बुधवार को पूर्व इलेक्ट्रिशियन रहे फर्नांडो सांतोस की पुर्तगाल के सामने चुनौती पेश करने उतरेगी। रेनार्ड के मार्गदर्शन वाली मोरक्को की हालांकि 21वें विश्वकप में अच्छी शुरूआत नहीं रही है और उसे अपने पहले ही मैच में ईरान के हाथों 0-1 की शिकस्त झेलनी पड़ी थी, वहीं क्रिस्टियानो रोनाल्डो की हैट्रिक की बदौलत पुर्तगाल ने संतोषजनक शुरूआत की और मजबूत स्पेन के खिलाफ 3-3 से मैच ड्रा कराकर अंक साझा किये। हालांकि पुर्तगाल और मोरक्को दोनों के बीच लुज़निकी स्टेडियम में बुधवार को होने वाला मैच उसके कोचों के लिये भी काफी अहम होगा जिन्होंने काफी चुनौतीपूर्ण समय के बाद कोचिंग करियर में बड़ी उपलब्धि हासिल की और अपनी अपनी टीमों को विश्वकप तक पहुंचाया है। मोरक्को के कोच रेनार्ड ने 10 वर्ष पहले अपने कोचिंग करियर की शुरूआत जाम्बिया की टीम के साथ की थी।
15 वर्ष की उम्र में उन्होंने कान्स में पेशेवर फुटबालर बनने के लिये ट्रायल दिये थे लेकिन वह थर्ड टायर खिलाड़ी ही बन सके और बाद में खर्च वहन करने के लिये रात में कूड़ा एकत्र करने और सफाई करने तक का काम शुरू किया। रेनार्ड ने मैच से पूर्व कहा मुझे याद है वो दिन जब मैं सुबह तीन बजे उठकर इमारतों की सफाई करता था, मुझे इन बातों ने आगे बढ़ने में मदद की है। रेनार्ड ने लेकिन कोचिंग जारी रखी और क्लॉड ली रॉय ने उन्हें अपना सहायक बनने के लिये आमंत्रित किया और उसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। रेनार्ड के मार्गदर्शन में जांबिया ने अपना पहला अफ्रीकन नेशंस कप 2012 जीता था और तीन वर्ष बाद आइवरी कोस्ट को भी यही सफलता दिलाने के बाद वह मोरक्को से जुड़े और उसे 20 साल में पहली बार विश्वकप तक पहुंचाया।