किसानों का ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण आफिस के बाहर हंगामा, मेट्रो के बाहर लगा दी जेसीबी

नोएडा
दिल्ली-एनसीआर में किसान अपनी मांगों को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। शुक्रवार को ग्रेटर नोएडा के किसानों ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण कार्यालय पर पहुंचकर हंगामा किया। यहां किसानों ने प्राधिकरण कार्यालय का घेराव किया और वहां लगाए गए बैरियर आदि पलट दिए। इसके अलावा विरोध दर्ज कराते हुए किसानों ने ग्रेटर नोएडा आफिस मेट्रो के बाहर जेसीबी लगा दी और ट्रैक्टर को खड़ा करके मेन रोड भी बंद कर दी। इस तरह की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को सामान्य करने के लिए किसानों से बात कर रही है। किसान अपने ट्रैक्टरों के साथ प्राधिकरण के कार्यालय पर पहुंचे थे। किसानों ने यहां जेसीबी लगाकर रास्ते को भी बंद कर दिया। इससे ट्रैफिक का संचालन प्रभावित हुआ। किसानों यहां काफी देर तक रास्ते को बंद करके अपनी मांग पूरी करने का नारा लगाते रहे।

उधर बृहस्पतिवार को मांगों को लेकर 107वें दिन नोएडा प्राधिकरण कार्यालय के बाहर धरना देकर बैठे किसान आक्रोशित हो गए। भारतीय किसान परिषद के नेतृत्व में मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी के सेक्टर-14 ए स्थित आवास का घेराव करने पहुंच गए लेकिन सेक्टर गेट पर तैनात सुरक्षा गाडरें ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया था। इससे नाराज होकर किसान नोएडा प्रवेश द्वार पर ही धरना देकर बैठ गए। इससे दिल्ली से नोएडा आने वाला मार्ग पर यातायात जाम हो गया, हालांकि दिल्ली की तरफ से तत्काल डायवर्जन किया गया। बावजूद डीएससी रोड व उद्योग मार्ग, फिल्म सिटी मार्ग जाम से प्रभावित हो गया। जाम की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और किसानों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वे मांगों को लेकर अड़े रहे।हालांकि धरना स्थल पर पहुंचे अपर मुख्य कार्यपालक प्रवीण कुमार मिश्र ने किसानों की मांगों को लेकर स्पष्ट किया कि कौन-कौन सी मांगों पर सहमति बन चुकी है और कौन सी मांग शासन को भेजी जा रही है। लेकिन आंदोलन का नेतृत्व कर रहे भारतीय किसान परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखबीर खलीफा ने कहा कि जब तक प्रत्येक किसान को पांच फीसद का विकसित भूखंड उपलब्ध नहीं करा दिया जाता है, आंदोलन जारी रहेगा। करीब ढाई घंटे बाद पुलिस व प्राधिकरण के अधिकारी किसानों को नोएडा प्रवेश द्वार से हटा सके। इसके बाद किसान वापस नोएडा प्राधिकरण कार्यालय के बाहर धरना स्थल पर पहुंच गए।
 

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