नर्सों की गिरफ्तारी पर परिजनों का फूटा गुस्सा
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रायपुर
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में बीते शुक्रवार को पुलिस ने आंदोलनकारी 667 नर्सों की गिरफ्तारी की है, जिसमें से 225 नर्सों को केंद्रीय महिला जेल में रखा गया है. शेष गिरफ्तार की गई नर्सों को महिला जेल के बाहर कैंपस में 8 घंटे से बैठाकर रखा गया है. गिरफ्तार की गई नर्सों के परिजनों ने सरकार की इस कार्रवाई की आलोचना करते हुए अपनी नाराजगी व्यक्त की है. वहीं अब गिरफ्तार की गई नर्सों को दुर्ग और बिलासपुर महिला जेल में भेजने की तैयारी की गई है.
मामले में गिरफ्तार की गई नर्स के आक्रोशित पति शिवचरण माझी का कहना है कि गिरफ्तार की गई नर्सों की मांगों को पूरा नहीं किया जा रहा है. इतना ही नहीं उन्हें अरेस्ट कर दूसरी जेल में भेजने की तैयारी चल रही है और तो और इतनी देर बैठाकर रखे जाने के बाद भी उनके खाने-पीने की कोई व्यवस्था नहीं की गई है. शिवचरण माझी ने कहा कि जब वे अपनी पत्नी को खाने के लिए कुछ देने गए तो उन्हें खाना बिना दिए वापस भेज दिया गया.
वहीं गिरफ्तार की गई दूसरी स्टाफ नर्स के पति राजमोहन ने कहा कि जहां शासन बेटी पढ़ाओ बेटी बढ़ाओ की बात करती है, आज वहां बेटियों को जेल में डाला जा रहा है. उन्होंने कहा कि उनकी डेढ़ साल की बेटी है जो अपनी मां की राह ताक रही है.