मुगलसराय जंक्शन अब पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन के नाम से जाना जाएगा
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मुगलसराय
उत्तर प्रदेश का प्रतिष्ठित मुगलसराय जंक्शन अब पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन के नाम से जाना जाएगा। उत्तर प्रदेश सरकार ने नोटिफेकशन जारी कर यह सूचना दी। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी ट्वीट करते हुए लिखा कि नागरिकों की मांग को देखते हुए उत्तर प्रदेश में मुगलसराय जंक्शन का नाम परिवर्तित कर पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन किया गया। साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि अंत्योदय जैसा महान विचार देने वाले पंडित दीन दयाल जी के नाम से अब यह जंक्शन जाना जाएगा।
नागरिकों की मांग को देखते हुए उत्तर प्रदेश में मुगलसराय जंक्शन का नाम परिवर्तित कर पं. दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन किया गया, मुझे खुशी है कि अंत्योदय जैसा महान विचार देने वाले पं .दीन दयाल जी के नाम से अब यह जंक्शन जाना जाएगा।
मुगलसराय जंक्शन का नाम बदलने की कवायद पिछले साल ही शुरू हो गई थी। योगी सरकार की कैबिनेट ने ही मुगलसराय स्टेशन का नाम बदलकर दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर रखने का फैसला किया था लेकिन इस फैसले का कड़ा विरोध भी किया गया था। कुछ लोगों ने इस फैसले पर आपत्ति जताते हुए स्टेशन का नाम पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के नाम पर रखे जाने की मांग की थी।
बता दें कि 1968 में आरएसएस-बीजेपी के विचारक दीनदयाल उपाध्याय का शव मुगलसराय स्टेशन पर संदिग्ध हालत में पाया गया था, वहीं यह शहर पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का जन्मस्थल है। आरएसएस और संघ परिवार से जुड़े अन्य संगठन दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर ही मुगलसराय स्टेशन का नाम चाहते थे। कई संगठन वर्षों से मुगलसराय में शास्त्री स्मारक की मांग कर रहे हैं, जबकि आरएसएस और संघ से जुड़े अन्य संगठन 1970 से मुगलसराय को दीनदयाल उपाध्याय नगर के रूप में संदर्भित कर हे हैं। यब बात उनके रिकॉर्ड और दस्तावेज बताते हैं।